https://www.abc.net.au/news/2023-12-10/talking-pictures-2023/103210750?
टॉकिंग पिक्चर्स के होस्ट माइक बोवर्स साल के सर्वश्रेष्ठ कार्टूनों को देखने के लिए द ऑस्ट्रेलियन के जैक द इनसाइडर के साथ शामिल हुए हैं और हम राजनीति में कुछ और बेतुके क्षणों को देखेंगे और मैट प्राइस मोमेंट के विजेता को पुरस्कृत करेंगे।
💢हेट स्पीच
💢22 Nov 2023 : The Hindu Editorial (chahalacademy.com)💢
Recognising the impact of climate change on health
Context:
- As India gets ready for the 28th Conference of the Parties to the United Nations Framework Convention on Climate Change (UNFCCC COP28), it is important to examine how climate change affects the country’s health.
Climate change and health systems in India:
- India’s inadequate health systems make our population particularly vulnerable to the impact of climate risks on health. Climate change affects health directly, causing more sickness and death. In more indirect ways, it affects nutrition, reduces working hours, and increases climate induced stress.
- All nations during the Paris Agreement agreed to cap the rise in temperature at 1.5°C. Clearly, we have failed. The year 2023 saw the highest temperatures and heat waves in recorded history.
- Climate emergencies — extreme heat, cyclones, floods — are expected to occur with increasing regularity. These will interfere with food security and livelihoods and sharpen health challenges.
As per the latest report of UNFCCC (2023), the world is already on the path to cross the Paris climate deal threshold soon. One estimate suggests that if global temperature were to rise by 2°C, many parts of India would become uninhabitable. |
Double burden
- The double burden of morbidity that India faces from communicable and noncommunicable diseases (NCDs) will be worsened by climate change. Heat also alters the virulence of pathogens.
- It could facilitate the growth of vectors such as mosquitoes, sandflies, ticks, and as yet unknown ones, and change the seasonality of infection through changes in their life cycle. It could also facilitate the introduction of vectors and pathogens into areas where they did not exist before, such as mosquitoes in the Himalayan States.
- Reduced availability of food and water and the decrease in nutritional value of food increases vulnerability to diseases. Epidemics commonly occur after floods, but extended warm periods also promote the proliferation of water and foodborne pathogens and diseases.
- Less well recognised is the impact of climate change on NCDs and mental health, both of which are poorly managed in India. Heat, physical exertion, and dehydration, a constant state for labourers, could lead to kidney injuries, which are rising in India due to uncontrolled diabetes. Chronic Obstructive Pulmonary Diseases are exacerbated by increased and extended episodes of air pollution.
- Depression, aggravated by stress generated by the change in weather conditions, and Post Traumatic Stress Disorder (PTSD) invariably accompany a climate emergency.
Climate change and urban India:
- India is urbanising at a rapid pace, in an unplanned manner. Urban areas, not tempered by urban greenery and open spaces and filled with asphalt roads and heat retaining buildings that physically block air circulation, bear the worst ill effects of climate change due to the urban heat island effect. (Urban areas are warmer than surrounding rural areas, especially at night).
- Climate change puts further pressure on the weak urban primary health system, already suffering the ill effects of air pollution; urban planning that discourages physical activity; and work related and cultural stress.
Way forward: Mitigation efforts
- It begins with understanding the direct and indirect pathways by which climate change impacts health and assessing the burden. Currently, the health information systems are not modified to gather this data.
- Since the impact is accentuated by socioeconomic conditions, having systems in place for social support and health services will reduce the impact.
- We need to take interventions that focus on better urban planning, green cover, water conservation, and public health interventions will be much larger — not only for health but for many determinants of health.
- Action to control climate change needs to happen at global, regional, and local levels. Pathways of climate change and their impact will determine the appropriate area of intervention. To achieve this, India has to recognise climate change and its impact on health as a problem that can be and needs to be addressed.
Conclusion:
- National, State, and local governments have to decide to act on the policy options that have been generated by research. Only when the three streams of problematisation, policy options, and political decision making come together is meaningful change likely to happen.
💢शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है.
केंद्रीय वायु प्रदूषण आयोग ने पूरे एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान-3 लागू कर दिया गया है. ग्रेप-3 के लागू होते ही निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है. साथ ही बीएस-3 और बीएस-4 वाले वाहनों को चलाने पर पाबंदी लगा दी गई है. दिल्ली में कक्षा पांच तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं. नोएडा व ग्रेटर नोएडा में भी स्कूलों को आनलाइन पढ़ाई शुरू कराने की सलाह दी गई है.
💥क्लाइमेट सेंट्रल' की रिपोर्ट के मुताबिक, धरती पर पिछले 12 महीने (नवंबर 2022 से अक्टूबर 2023) अब तक की . सबसे गर्म अवधि के रूप में दर्ज हुए। गैसोलीन, कोयला, प्राकृतिक गैस और अन्य ईंधन के जलने के चलते उत्सर्जित हुई कार्बन डायऑक्साइड और अन्य मानवीय गतिविधियों के कारण नवंबर-2022 से अक्टूबर-2023 के बीच तापमान में असामान्य बढ़ोतरी दर्ज की गई।09 Nov, 2023
💥एक नए अध्ययन के अनुसार, चरम मौसम दुनिया भर में कहर बरपा रहा है, लेकिन कुछ गैर-देशी पौधों और जानवरों को आपदाओं से लाभ हो सकता है, जिससे पहले से ही खतरे में पड़ी स्थानीय प्रजातियों के लिए खतरा बढ़ गया है।
मुख्य विवरण:
अध्ययन के निष्कर्ष:
माना जाता है कि आक्रामक प्रजातियाँ, जो अक्सर मानव गतिविधि द्वारा लाई जाती हैं, वैश्विक विलुप्ति दर और लोगों और ग्रह की भलाई के लिए खतरा पैदा करने वाली जैव विविधता की विनाशकारी गिरावट में प्रमुख भूमिका निभा रही हैं।
हीटवेव, सूखा, बाढ़ और ग्लोबल वार्मिंग से बढ़ी अन्य चरम स्थितियां अक्सर विनाशकारी आक्रामक प्रजातियों को अवांछनीय लाभ दे सकती हैं।
हानिकारक आक्रमणकारियों को लगभग एक चौथाई समय, यानी मूल निवासियों की तुलना में लगभग दोगुना, चरम मौसम से सकारात्मक प्रभाव का अनुभव हुआ।
स्थानीय प्रजातियों को भी मौसम की आपदाओं से नकारात्मक परिणाम भुगतने की अधिक संभावना थी।
केवल समुद्री जानवरों के मामले में देशी और गैर-देशी दोनों ही चरम मौसम के प्रति अपेक्षाकृत प्रतिरक्षित थे
हालाँकि देशी मोलस्क और मूंगे गर्मी की लहरों के प्रति संवेदनशील हैं।
अत्यधिक मौसम आक्रामक प्रजातियों को कैसे लाभ पहुँचाता है:
ईडब्ल्यूई (चरम मौसम की घटनाएं) गैर-देशी प्रजातियों की स्थापना और/या प्रसार की सुविधा प्रदान कर सकती हैं।
निरंतर वैश्विक परिवर्तन के तहत ये दोनों प्रक्रियाएँ मिलकर जैव विविधता के लिए उच्च ख़तरा उत्पन्न कर सकती हैं।
आक्रामक प्रजातियाँ केवल गर्म लहरों और तूफानों के प्रति संवेदनशील थीं।
देशी प्रजातियों पर प्रभाव:
लेकिन ज़मीन पर और ताजे पानी में रहने वाले देशी जानवरों पर कई कारकों का नकारात्मक प्रभाव पड़ा, जिनमें शामिल हैं:
जीवित रहने की दर,
प्रजनन और
शरीर का नाप
मीठे पानी में ठंड को छोड़कर सभी चरम मौसम से मूल निवासियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
आक्रामक और स्थानीय प्रजातियों की प्रतिक्रियाओं में अंतर क्यों?
मूल निवासियों की मृत्यु:
प्रजातियों में असामान्य मौसम की प्रतिक्रियाओं में अंतर चरम मौसम के दौरान देशी प्रजातियों की मृत्यु के कारण हो सकता है, जिससे आक्रामक प्रजातियों के शोषण के लिए एक अंतर रह जाता है।
उदाहरण के लिए, गंभीर सूखे से पानी में नमक की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे स्थानीय अकशेरुकी जीव और मछलियाँ मर जाती हैं, जबकि अधिक नमक-सहिष्णु प्रजातियों को यहाँ आने का अवसर मिलता है।
आक्रामक प्रजातियों की उच्च वृद्धि दर:
आक्रामक प्रजातियाँ तीव्र विकास दर और अधिक प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त के लिए भी जानी जाती हैं जो उन्हें तेजी से पुनः उपनिवेश स्थापित करने की अनुमति दे सकती हैं।
💥दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल समेत बुसान और इंचियोन शहरों में 5 नवंबर तक खटमलों के कम-से-कम 17 आउटब्रेक रिपोर्ट हो चुके हैं। सरकार ने इससे निपटने के लिए एक टीम गठित कर दी है और $3,83,000 (₹32 लाख) बजट का निर्धारण किया है। कई नागरिक खटमलों के भय से सिनेमा और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में जाने से बच रहे है।7 Nov, 2023
💥सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों को मंज़ूरी न देने को लेकर पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित पर नाराज़गी जताई और कहा, "आप आग से खेल रहे हैं।" कोर्ट ने कहा कि पंजाब में जो हो रहा है वह गंभीर चिंता का विषय है। बकौल कोर्ट, जनप्रतिनिधियों द्वारा पास किए गए बिल को अटकाया नहीं जा सकता है।10 Nov, 2023
💥केरल की पहली ट्रांसजेंडर वकील पद्मा लक्ष्मी ने राज्य के कानून मंत्री पी राजीव के पास शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि इस प्रोफेशन में उन्हें लैंगिक भेदभाव और असमानता का सामना करना पड़ा है। बकौल लक्ष्मी, उन्होंने शिकायत इसलिए दर्ज कराई...ताकि उनके बाद इस प्रोफेशन में आने वाले किसी अन्य व्यक्ति को ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े।10 Nov, 2023
💥कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने शुक्रवार को दावा किया कि कुछ कांग्रेस नेता भगवान राम और 'हिंदू' शब्द से नफरत करते हैं। उन्होंने आगे कहा, "ये नेता हिंदू धर्म के 'गुरुओं' का अपमान करना चाहते हैं और पार्टी में हिंदू धर्म के 'गुरु' को देखना पसंद नहीं करते।" बकौल प्रमोद, 'INDIA' ब्लॉक जैसी कोई चीज़ नहीं बची है।10 Nov, 2023
💥अभिव्यक्ति की आज़ादी को लेकर बात करते हुए लेखक जावेद अख्तर ने कहा है कि अगर उन्होंने फिल्म 'शोले' का मंदिर वाला सीन आज के समय में लिखा होता तो विवाद छिड़ जाता। उन्होंने कहा कि आज वो सीन सलीम खान भी नहीं लिखते। बकौल जावेद, आज समाज में असहिष्णुता बढ़ गई है और यह अच्छी बात नहीं है।
💢कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब 'Sunrise over Ayodhya' पर हंगामा हो गया है। दरअसल खुर्शीद ने इस किताब में हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन ISIS और बोको हरम से की है। खुर्शीद की ये किताब बुधवार को लॉन्च हुई है और 24 घंटे के अंदर ही उनके खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत हो गई है।
खुर्शीद ने अपनी किताब के एक चैप्टर 'The Saffron Sky' के पेज नंबर 113 पर हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठनों से की है।
देश में हिंदुत्ववादी राजनीति के असर की चर्चा करते हुए खुर्शीद ने लिखा है, 'मेरी पार्टी कांग्रेस में चर्चा अक्सर इस मुद्दे की तरफ मुड़ जाती है। कांग्रेस में एक ऐसा तबका है, जिसे इस बात पर पछतावा है कि हमारी छवि अल्पसंख्यक समर्थक पार्टी की है। इन्होंने अयोध्या पर कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए यह घोषणा कर दी कि अब इस जगह पर भव्य मंदिर बनाया जाना चाहिए। इस रुख ने कोर्ट के आदेश के उस हिस्से की अनदेखी की, जिसमें मस्जिद के लिए भी जमीन देने के लिए कहा गया था।'10 Nov, 2023
💥लखनऊ के जवाहर भवन में पुरस्कार प्राप्त करते गलगोटियाज विवि के प्रतिनिधि •
💥जब लोग भेदभाव करने वाले बॉस के साथ काम करते हैं तो वे उनकी काम करने की लगन कम हो जाती है. ऐसा सिर्फ भेदभाव सहने वाले कर्मचारी के मामले में ही नहीं, उन कर्मचारियों के मामले में भी सच है, जिनके पक्ष में दूसरों के साथ भेदभाव किया जाता है.
नेचर ह्यूमन बिहेवियर नामक जर्नल में छपे एक नये शोध पत्र में ओक्लाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के निकोलस हाइजरमान और साउथ कैरोलाइना यूनिवर्सिटी में समाजशास्त्र के प्रोफेसर ब्रेंट सिंपसन ने यह बात कही है.
कैसे हुआ शोध
इन दोनों शोधार्थियों ने लगभग 1,200 लोगों पर यह शोध किया है. उन्होंने लोगों के साथ कई तरह के प्रयोग किये. द कन्वर्सेशन पत्रिका में अपने लेख में प्रोफेसर सिंपसन लिखते हैं, "कुछ प्रयोगों में हमने प्रतिभागियों को अलग-अलग काम दिये जैसे कि उन्हें एक सूची में कुछ अंक खोजने थे और बताना था कि कितनी बार अंक 3 आया. उन्होंने जितनी खोजें पूरी कीं, उनकी कोशिशों को उतनी अधिक रेटिंग दी गई. ये लोग छोटे-छोटे समूहों में या फिर जोड़ों में काम कर रहे थे. उन्हें कहा गया ज्यादा से ज्यादा अंक खोजने के आधार पर बॉस उनमें से किसी एक को बोनस देगा."
💥अरब-इस्राएल विवाद इतिहास, भूगोल, धर्म, राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की अनगिनत परतों में लिपटा हुआ है. इसे सुलझाने की कोशिश एक नये विवाद का सूत्र बन जाती है और विवाद थोड़ा और गहरा हो जाता है.
Israel has begun expanding its military operations inside Gaza – as it seeks to wipe out Hamas. We’ll go live to the Middle East shortly for the latest. The worsening crisis there could have been a reason to delay or scale back Anthony Albanese’s visit here to Washington. Instead – Joe Biden laid on the warmest of welcomes for his Australian ally. It was a demonstration that despite all that’s going on in the world – the US President isn’t taking his eye off the Indo Pacific – drawing Australia closer and warning his counterpart to be wary of China. On Saturday the Prime Minister heads to Beijing – the first Australian leader to do so in 6 years. But before then – he’s spent the week here trying to cement the AUKUS deal with members of Congress - and broadening the relationship into all sorts of new areas.

द इकोनॉमिक टाइम्स की ख़बर के मुताबिक़, इस सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सवाल किया कि चुनावी चंदे का एक बड़ा हिस्सा राजनीतिक दल के पास ही क्यों जाता है? इसकी वजह क्या है?
सॉलिस्टर जनरल तुषार मेहता ने कहा, ''ये सरकार की नहीं मेरी निजी राय है कि शायद चंदा देने वाले लोग नीतियों और गवर्नेंस के आधार पर ये तय करते हों.''
मेहता ने ही आंकड़ों का हवाल देते हुए कहा था कि सत्ताधारी दल को सबसे ज़्यादा चंदा मिलता है.
सुप्रीम कोर्ट ने इस केस की सुनवाई करते हुए कहा, ''चुनावी बॉन्ड के साथ दिक़्क़त ये है कि ये सिलेक्टिव गुमनामी और सिलेक्टिव गोपनीयता मुहैया करवाती है. फंडिंग करने वालों की जानकारी स्टेट बैंक के पास भी रहती है और ये जानकारी क़ानून से जुड़ी एजेंसियों के पास भी पहुंच सकती है.''
मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ''पैसा कहां से आ रहा है, इस बारे में जानकारी नहीं है. बॉन्ड का असली मालिक कौन है, ये भी नहीं पता. ये रुपये कहां ख़र्च किए जा रहे हैं, ये भी नहीं पता.''
चुनावी बॉन्ड योजना की क़ानूनी वैधता का मामला सुप्रीम कोर्ट में आठ साल से ज़्यादा वक़्त से लंबित है.
माना जा रहा है कि 2024 चुनाव से पहले इस मामले में फ़ैसला अगर आया तो इसका असर चुनावों में भी देखने को मिल सकता है.
इलेक्टोरल बॉन्ड राजनीतिक दलों को चंदा देने का एक वित्तीय ज़रिया है. यह एक वचन पत्र की तरह है जिसे भारत का कोई भी नागरिक या कंपनी भारतीय स्टेट बैंक की चुनिंदा शाखाओं से ख़रीद सकता है और अपनी पसंद के किसी भी राजनीतिक दल को गुमनाम तरीक़े से दान कर सकता है
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💥सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट के टर्मिनल-2 को इस हफ्ते पूरी तरह से फिर खोल दिया गया। इसमें 4 मंज़िला डिजिटल वॉटरफॉल डिस्प्ले, दिन के समय के हिसाब से रंग बदलने वाला डिजिटल आसमान और 20,000 से अधिक पौधों से एक विशाल गार्डन बनाया गया है। नए टर्मिनल में एक रोबोट बारटेंडर और एक स्मार्ट सेल्फी मिरर भी है।05 Nov, 2023
💥गलती हमारी है कि हमने 80 साल की उम्र वालों पर भरोसा को कर लिया कि वह हमें पहचानेंगे। अखिलेश बोले- पिछली दो बार जब सरकार बननी थी तो यही हो बड़े-बड़े दल, जो समाजवादियों को आज पहचान नहीं रहे, वही हमें खोज रहे थे। हमारे फोन लगातार वोट बज रहे थे और कई नेता समर्थन ने मांग रहे थे। मुझे याद है कि उस समय सबसे पहले समाजवादी के विधायक ने समर्थन दिया था और परिणाम यह हुआ कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ कांग्रेस की सरकार बनी थी।
अखिलेश यादव ने कहा कि इस देश चुन में जातिवार गणना को अगर किसी ने स रोका है, तो वह कांग्रेस है। कांग्रेस ने से मंडल कमीशन की सिफारिश को भी रोक कर रखा था।
टीकमगढ़: मध्य प्रदेश 05नवंबर 2023
विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव लगातार कांग्रेस पर हमलावर हैं। उनकी नाराजगी कांग्रेस की ओर से आइएनडीआइए के तहत सपा के साथ प्रदेश में विधानसभा चुनाव न लड़ने को लेकर है। यही वजह है कि दो दिन पहले अखिलेश ने प्रदेश ने अपनी पहली सभा में कांग्रेस पर धोखा देने का आरोप लगाया था और अब रविवार को यहां अपनी दूसरी सभा में तो उन्होंने लोगों से कांग्रेस को वोट न देने अपील कर दी है
💥 बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के जन्मदिन से पहले पटना में उनको बधाई देने से संबंधित पोस्टर लगाए गए हैं। आरजेडी नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए पोस्टर पर लिखा है, "बिहारवासियों की तरफ से भावी मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जी को 34वें जन्मदिन की ढेर सारी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।" गौरतलब है, 9 नवंबर को तेजस्वी यादव का जन्मदिन है।05 Nov, 2023
💥शाहरुख खान के जन्मदिन पर गुरुवार को उन्हें शुभकामनाएं देने के लिए उनके घर 'मन्नत' के बाहर आए फैन्स के मोबाइल फोन चोरी होने के मामले में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 9 फोन बरामद हुए हैं। बकौल रिपोर्ट्स, 'मन्नत' के बाहर से चोरों ने 30 से अधिक मोबाइल फोन चुराए थे। 04 Nov, 2023
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को कहा कि केंद्र के आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल के मुकाबले इस साल पंजाब में कम पराली जली है। उन्होंने कहा, "पंजाब की पराली के धुएं का दिल्ली पर उतना असर नहीं है जितना हरियाणा व उत्तर प्रदेश की पराली का है।" बकौल राय, यह बीजेपी सरकार का निकम्मापन है।05 Nov, 2023
"पार्क बहुत बड़ा है, इसमें विविध प्रकार के मैदान हैं"
जीवन बहुत विस्तृत है, इसमें विविध प्रकार के अनुभव समाहित हैं।
मेरा दिमाग कुछ अनुभवों तक ही सीमित था, लेकिन उसमें और अधिक की संभावना थी।
पार्क ने मेरे दिमाग की संभावना को प्रतिबिंबित किया।
इस कविता में, पार्क को जीवन का प्रतीक माना गया है। पार्क में विभिन्न प्रकार के मैदान हैं, ठीक उसी तरह जैसे जीवन में विभिन्न प्रकार के अनुभव होते हैं। कवि का मानना है कि उसका दिमाग कुछ अनुभवों तक ही सीमित है, लेकिन उसमें और अधिक की संभावना है। पार्क ने उसके दिमाग की संभावना को प्रतिबिंबित किया।
कवि के दिमाग की सीमाओं का एक उदाहरण यह है कि वह केवल पार्क के कुछ हिस्सों को देख सकता है। वह पार्क के सभी मैदानों को नहीं देख सकता, और वह उन सभी अनुभवों को नहीं जी सकता जो पार्क प्रदान करता है। हालांकि, कवि के दिमाग में और अधिक सीखने और बढ़ने की संभावना है। वह पार्क के नए हिस्सों की खोज कर सकता है, और वह नए अनुभवों का सामना कर सकता है।
कवि के दिमाग की संभावना का एक और उदाहरण यह है कि वह पार्क के विभिन्न मैदानों को एक साथ जोड़ सकता है। वह पार्क की विभिन्न विशेषताओं को देख सकता है, और वह उन सभी को एक साथ एक सुंदर और सामंजस्यपूर्ण तस्वीर में जोड़ सकता है। कवि के दिमाग में भी विभिन्न प्रकार के विचार और अनुभव एक साथ जुड़ सकते हैं। वह एक सामंजस्यपूर्ण तरीके से विभिन्न विचारों और अनुभवों को जोड़ सकता है।
कुल मिलाकर, यह कविता जीवन की विविधता और संभावनाओं को दर्शाती है। यह कवि की आशा और विश्वास को भी दर्शाता है कि वह अपने दिमाग की सीमाओं को पार कर सकता है और जीवन का अधिकतम लाभ उठा सकता है।
यहां कविता का एक संक्षिप्त व्याख्या है:
प्रथम दो पंक्तियां: पार्क को जीवन का प्रतीक माना गया है। पार्क में विभिन्न प्रकार के मैदान हैं, ठीक उसी तरह जैसे जीवन में विभिन्न प्रकार के अनुभव होते हैं।
तीसरी पंक्ति: कवि का मानना है कि उसका दिमाग कुछ अनुभवों तक ही सीमित है। वह अभी भी अपने जीवन के सभी अनुभवों को नहीं जानता है।
चौथी पंक्ति: कवि का मानना है कि उसके दिमाग में और अधिक की संभावना है। वह अभी भी सीख रहा है और बढ़ रहा है।
पांचवीं पंक्ति: पार्क ने कवि के दिमाग की संभावना को प्रतिबिंबित किया। पार्क में विभिन्न प्रकार के मैदान हैं, ठीक उसी तरह जैसे कवि के दिमाग में विभिन्न प्रकार के विचार और अनुभव हैं।
यह कविता जीवन के बारे में एक आशावादी दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है। यह कवि की आशा और विश्वास को दर्शाता है कि वह अपने दिमाग की सीमाओं को पार कर सकता है और जीवन का अधिकतम लाभ उठा सकता है।
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