Saturday, October 21, 2023

बनारस

 


बनारस

केदारनाथ सिंह की कविता के शब्द...

अद्भुत है इसकी बनावट
यह आधा जल में है
आधा मंत्र में
आधा फूल में है

आधा शव में



आधा नींद में है
आधा शंख में
अगर ध्यान से देखो
तो यह आधा है
और आधा नहीं भी है

जो है वह खड़ा है
बिना किसी स्तंभ के
जो नहीं है उसे थामे है
राख और रोशनी के ऊँचे-ऊँचे स्तंभ
आग के स्तंभ
और पानी के स्तंभ
धुएं के
खुशबू के
आदमी के उठे हुए हाथों के स्तंभ

किसी अलक्षित सूर्य को
देता हुआ अर्घ्य
शताब्दियों से इसी तरह
गंगा के जल में
अपनी एक टाँग पर खड़ा है यह शहर
अपनी दूसरी टाँग से
बिलकुल बेख़बर!



⭕🔴💥
हमारी आधुनिक दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ऋषियों के कालातीत ज्ञान के बीच टकराव की एक मनोरम खोज पर प्रकाश डालती है! यह एक विचारोत्तेजक बातचीत है जो अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और प्राचीन अंतर्दृष्टि के बीच गतिशील परस्पर क्रिया को उजागर करती है।यह वार्ता भारत के प्राचीन ऋषियों, ऋषियों की गहन शिक्षाओं और उनके स्थायी ज्ञान की यात्रा करती है जिसने सदियों से मानवता का मार्गदर्शन किया है। यह वार्ता ज्ञान, आध्यात्मिकता और मानव क्षमता के पूर्ण स्पेक्ट्रम को खोलने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण देती है जो कि ऋषि इंटेलिजेंस है।

वक्ता-परिचय: रवि सिंह चौधरी तीन पुस्तक ऋषि इंटेलिजेंस, कृषि संहिता और गौ संहिता के लेखक हैं। निदेशक धन्वंतरि नेचुरल फाउंडेशन जो वैदिक गौ पालन और जैविक तथा प्राकृतिक खेती के लिए एक कंसलटेंसी फर्म है। रवि शिक्षा से मैकेनिकल इंजीनियर हैं और उन्होंने अपना पूरा जीवन भारतीय ज्ञान प्रणाली को समर्पित कर दिया है।# Sangam Talks you tube

https://youtu.be/2RQGTi9BW_Q


💥यूपी में आईआईटी बीएचयू की एक छात्रा ने 3 लोगों पर कैंपस में जबरन किस करने और फिर कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाने का आरोप लगाया है। इस घटना के विरोध में सैंकड़ों छात्र-छात्राएं विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, बीएचयू प्रशासन ने कैंपस में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है और वाई-फाई बंद कर दिया है।2 Nov, 2023

💥संस्कृति संसद २०२३


चर्चा संस्कृति की चिन्तन राष्ट्र का

 दो नवंबर 1990 और उससे पहले 

अयोध्या में बलिदान हुए कारसेवकों की सद्गति के लिए गुरुवार 02नवंबर 2023 को काशी में देश भर से जुटे 500 संत श्रीकाशी विश्वनाथ धाम महारुद्राभिषेक करेंगे। दैनिक जागरण व गंगा महासभा की ओर से दो से पांच नवंबर तक आयोजित संस्कृति संसद के तहत आयोजित यह अनुष्ठान रामलला का मंदिर बन जाने और प्राण- प्रतिष्ठा की तिथि सामने आने को बलिदानी श्रीराम भक्तों के संकल्पों की पूर्ति मानते हुए उनके शिव सायुज्य कामना से किया जा रहा है। 

https://youtu.be/qmLW-pnC89s


वाराणसी में गुरुवार को आयोजित होने वाले संस्कृति संसद में देशभर के 450 ज़िलों से 1,200 से अधिक संत शामिल हो रहे हैं। अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती के मुताबिक, श्रीराम जन्मभूमि की मुक्ति और मंदिर निर्माण का सीधा संबंध काशी से है इसलिए जो कार्य हो रहा है वो श्रीराम मंदिर के लोकार्पण तक होगा।
1 Nov, 2023





💥वाराणसी और चेन्नई के बाद ग्वालियर को देश की तीसरी सिटी आफ म्यूजिक का खिताब हासिल हुआ है। विश्वभर में 65 शहर हैं, जिन्हें यूनेस्को ने सिटी आफ म्यूजिक घोषित किया है। संगीत को लेकर इन शहरों की ऐतिहासिक विरासत और वहां होने वाले आयोजनों को देखते हुए यह खिताब दिया जाता है। बुधवार 01नवंबर 2023 को यूनेस्को ने अपने क्रिएटिव सिटी नेटवर्क में विश्वभर के 55 और शहरों को अलग-अलग श्रेणियों मेंशामिल किया। इसमें ग्वालियर के अलावा केरल के कोझिकोड को साहित्य की श्रेणी में शामिल किया गया है।















उल्लेखनीय है कि ग्वालियर ने वर्ष 2018 में पहली बार सिटी आफ म्यूजिक के लिए दावेदारी की थी, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी थी। इसके बाद शहर में संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया. गया, साथ ही नगर निगम और स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन ने निर्माण कार्यों में संगीत की थीम का भरपूर इस्तेमाल किया। जून में जिला प्रशासन के माध्यम से सिटी आफ म्यूजिक के लिए दावेदारी की गई थी।


संगीत सम्राट तानसेन की जन्मस्थली ग्वालियर को यूनेस्को ने क्रिएटिव सिटी नेटवर्क में 'सिटी आफ म्यूजिक' का दर्जा दिया है। यूनेस्को ने ग्वालियर की 'धरती को 'संगीतधानी' मानते हुए यह खिताब प्रदान किया है। इससे विश्व पटल पर शहर की प्रसिद्धि होगी ही, यहां अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सकेगा। यूनेस्को अब ग्वालियर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के संगीत आयोजनों में भागीदारी करेगा।

अंतरराष्ट्रीय म्यूजिक फेस्टिवल का होगा आयोजनः ग्वालियर में यूनेस्को के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय म्यूजिक फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा।



💥
अमेरिकी सिंगर मैरी मिलबेन ने बुधवार को करवाचौथ मनाया। उन्होंने X पर अपनी एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "कई भारतीय सुंदर परंपरा का जश्न मना रहे हैं... यह त्योहार शादीशुदा महिलाओं के लिए है लेकिन कई गैर- शादीशुदा महिलाएं भी अच्छा पार्टनर मिलने की उम्मीद में यह व्रत रखती हैं। मैंने भी अपने फ्यूचर पति के लिए पूजा और प्रार्थना की। "

💥वाराणसी के यूपी कॉलेज स्थित एक मिठाई की दुकान पर पिछले 100 वर्षों से मशहूर लाल पेड़ा बनाया जा रहा है। दुकानदार अभिषेक सिंह ने बताया कि यह लाल पेड़ा 15 दिनों तक खराब नहीं होता है। उन्होंने कहा, "इस पेड़े का स्वाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत देश-विदेश की नामचीन हस्तियों द्वारा चखा जा चुका है।"5 Oct, 2023

अभिनय को लेकर हर कलाकार की अलग-अलग प्रक्रिया होती है। कुछ कलाकार काम करने के बाद अपनी फिल्मों को बार-बार देखते हैं तथा उसका विश्लेषण कर अपनी खूबियों और कमियों पर काम करते हैं। वहीं कुछ कलाकार एक बार काम करने के बाद अपनी फिल्म दोबारा नहीं देखते हैं और वो अगले प्रोजेक्ट पर लग जाते हैं। अभिनेता नाना पाटेकर भी अपनी फिल्में दोबारा नहीं देखते हैं । दैनिक जागरण से बातचीत में फिल्में दोबारा देखने के सवाल पर वह कहते हैं, इसका कारण यह है कि जब तक एक फिल्म दिमाग से नहीं निकालूंगा, दूसरी फिल्म नहीं कर पाऊंगा। मुझे अपने अंदर से अपने पुराने काम और भूमिकाओं को निकालकर बाहर फेंकना पड़ता है । दिमाग में एक ही फिल्म और भूमिका की जगह होती है, वहां एक समय में एक ही फिल्म चल सकती है।


पिछले कुछ वर्षों से नाना बहुत कम फिल्में कर रहे हैं। इस बारे में वह कहते हैं, अच्छी फिल्में आती हैं तो उन्हें करता हूं, नहीं आतीं तो नहीं करता हूं। मैं दो बातों पर फिल्म चुनता हूं, अच्छी फिल्म और पैसे। जितने पैसे मैं बोलता हूं, निर्माता जब उतने नहीं देते तो मेरा जवाब होता है कि फिल्म नहीं करूंगा।




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