मान्यवर कांशीराम का एक प्रसिद्ध मंतव्य है कि एक मजबूत सरकार जो बहुमत से चुनी जाती है, वह तानाशाही और निरंकुश होने की संभावना रखती है। ऐसी सरकारें अक्सर अपने हितों को बढ़ावा देने के लिए संविधान और कानूनों में बदलाव करती हैं, और वे आम लोगों के अधिकारों और हितों की अवहेलना करती हैं।
कांशीराम का मानना था कि एक मजबूर सरकार, जो बहुमत से नहीं चुनी जाती है, अधिक लोकतांत्रिक और जवाबदेह होती है। ऐसी सरकारें अपने समर्थक दलों के दबाव में होती हैं, और उन्हें अपने निर्णयों में अधिक सावधान रहना पड़ता है।
कांशीराम के तर्क का समर्थन करने के लिए भारत और कनाडा के उदाहरण हैं।
भारत में, 1969 में इंदिरा गांधी की सरकार अल्पमत में आ गई थी। उस समय, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) ने इंदिरा सरकार को सत्ता में बने रहने में मदद की। इस अवधि के दौरान, CPI ने भारत की शिक्षा और संस्कृति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला।
जब 1969 में काँग्रेस इंडीकेट और सिंडीकेट में दोफाड़ हो गई तो केंद्र में इंदिरा सरकार अल्पमत में आ गई । ऐसे समय में कम्युनिस्टों ने इंदिरा सरकार को मार्च 1971 में होने वाले अगले चुनावों तक सम्हाला और सरकार की मजबूरी का जम कर फायदा उठाया । जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की स्थापना उन्हीं दिनों हुई थी तो उसकी फैकल्टी में कम्युनिस्ट घुस गये । शिक्षा चूँकि तब भारतीय संविधान की राज्य सूची में थी इसलिये राज्यों में राष्ट्रवादी शिक्षा फिर भी दी जाती रही । आपातकाल में 42वें संशोधन द्वारा शिक्षा को समवर्ती सूची में डाल दिया गया कम्युनिस्ट राज्यों की शिक्षा में भी घुस गये । सन सत्तर से पहले जो इतिहास पढ़ाया जाता था , कम्युनिस्टों के प्रवेश के बाद उनका असर साफ दिखाई देता है।
मजबूर सरकार की भर्ती भी दिलचस्प होती है।
मजबूर सरकारें जिसे भी भर्ती कर लेती है वो अपनी सेवानिवृत्ति तक लगभग तीस वर्ष तक तो उनके इशारे पर नाचता है और एजेंडे पर काम करता है । हाई कमान के इशारों पर राज्य सरकारों को झुकना ही पड़ता है ।
कनाडा में, जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी अल्पमत में है।कनाडा में जस्टिन ट्रूडो भी आजकल एक मजबूर सरकार चला रहे हैं । उनकी लिबरल पार्टी की सरकार को बहुमत के लिये 170 सीटें चाहिये और 155 हैं । बाकी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के 24 सांसदों का समर्थन उन्हें प्राप्त है जिनके सहारे सरकार चल रही है । उन्हें न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के सरदार जगमीत सिंह के समर्थन की आवश्यकता है ताकि सरकार चला सके। NDP ने ट्रूडो को भारत के किसानों के लिए समर्थन देने के लिए कहा है।
कांशीराम के विचारों के समर्थन में और विरोध में कुछ तर्क दिए जा सकते हैं। समर्थन के पक्ष में तर्क दिए जा सकते हैं कि मजबूर सरकारें बहुजन समाज के दबाव में रहती हैं और इसलिए वे उनके हितों को ध्यान में रखती हैं। विरोध के पक्ष में तर्क दिए जा सकते हैं कि मजबूर सरकारें अस्थिर होती हैं और वे बहुजन समाज के हितों की अनदेखी कर सकती हैं। हालांकि, कुछ लोगों का तर्क हो सकता है कि अल्पमत सरकारें अस्थिर और अप्रभावी हो सकती हैं। वे यह भी तर्क दे सकते हैं कि तानाशाही और निरंकुशता केवल मजबूत सरकारों के लिए ही नहीं बल्कि सभी प्रकार की सरकारों के लिए एक संभावित खतरा है।
कुल मिलाकर, कांशीराम का तर्क है कि एक मजबूर सरकार अधिक लोकतांत्रिक और जवाबदेह होती है। यह एक विचारोत्तेजक तर्क है जिस पर बहस की जा सकती है।
विश्व के कुछ नेताओं के बयान निम्न हैं....
Prime minister Anthony Albanese said he would not comment on the activities of the Five Eyes alliance in public.
“I don’t talk about Five Eyes intelligence at a press conference... we don’t speculate on what intelligence is,” he said.
James Cleverly told the BBC that the UK would “listen very, very carefully to the serious concerns that have been raised by Canada”.
But they will not suspend trade talks or take action as “both Canada and India are close friends of the UK, they’re Commonwealth partners”.
The White House said the US was “deeply concerned” about the allegations. Washington believes it is “critical that Canada’s investigation proceed and the perpetrators be brought to justice”.
Andrew Braun writer
Andrew Braun is a lifelong tech enthusiast with a wide range of interests, including travel, economics, math, data analysis, fitness, and more. He is an advocate of cryptocurrencies and other decentralized technologies, and hopes to see new generations of innovation continue to outdo each other.
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Five Eyes
The Nine and Fourteen Eyes
The Fourteen Eyes
Non-Eyes agreements
What do they get up to, and how does it affect people?
So, time for a VPN?
Unknown Unknowns
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https://empowerias.com/blog/prelims-special-facts/five-eyes-group-empower-ias
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